जीआईएस सबस्टेशन:झारखंड का पहला जीआईएस सबस्टेशन स्मार्ट सिटी में तैयार, भूमिगत सबस्टेशन पर आंधी-पानी का नहीं होगा कोई असर: रांची
- इस सबस्टेशन से निर्माण धीन स्मार्ट सिटी में बिजली आपूर्ति की जाएगी
- इस सबस्टेशन के लिए हटिया ग्रिड-2 से करीब 6 किमी भूमिगत करके जैप आईटी तक लाकर जोड़ी गई
बिजली ट्रांसमिशन निगम ने राज्य का पहला गैस इंसुलेटेड सबस्टेशन (जीआईएस) का निर्माण कर लिया है। यह राज्य का पहला जीआईएस है। इसके निर्माण में करीब 2.5 वर्ष का समय और करीब 226 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इस सबस्टेशन से निर्माण धीन स्मार्ट सिटी में बिजली आपूर्ति की जाएगी। 220 केवी हाइटेंशन लाइन जो ऊंचे टॉवर के माध्यम से जोड़ी जाती है। इस सबस्टेशन के लिए हटिया ग्रिड-2 से करीब 6 किमी भूमिगत करके जैप आईटी तक लाकर जोड़ी गई है।
24 घंटे मिलेगी बिजली
स्मार्ट सिटी के एरिया बेस्ड डेवलपमेंट क्षेत्र (656.3 एकड़ जमीन) में जीआईएस सब स्टेशन से बिजली आपूर्ति होगी। जीआईएस सब स्टेशन से सीधे नवनिर्मित चार सब स्टेशन को विद्युत आपूर्ति की जाएगी। इससे स्मार्ट सिटी में 24 घंटे बिजली आपूर्ति हो सकेगी।
क्या है जीआईएस सबस्टेशन
जीआईएस सबस्टेशन नवीनतम तकनीक से बना है। इस तकनीक से निर्माण में मात्र एक चौथाई जमीन की जरूरत होती है। हालांकि निर्माण कार्य में लागत अधिक बढ़ जाती है। रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन लि. ने इस तकनीक के साथ सब स्टेशन निर्माण का प्रस्ताव रखा था, जिसके बाद झारखंड उर्जा संचरण निगम लिमिटेड ने इसका कार्य शुरू किया। यह सबस्टेशन पूरी तरह भूमिगत है। आंधी-पानी का कोई असर नहीं होता है।


Leave Comments
एक टिप्पणी भेजें