अच्छी पहल:लॉकडाउन के बाद औसतन हर माह 20 लाेग कर रहे खुदकुशी, रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन और सीआईपी ने शुरू की हेल्पलाइन: रांची
- डिप्रेशन के शिकार 34 लोगों ने काउंसिलिंग के बाद आत्महत्या का विचार छोड़ा
- उदास, अवसादग्रस्त लोग हेल्पलाइन नंबर 9334915053 और 9334915046 पर कॉल कर पर निशु:ल्क सलाह ले सकते
नौकरी चली गई है। परिवार कैसे चलेगा। अब जिंदा रहने से क्या फायदा... इस सोच के कारण सुरेश ने (बदला हुआ नाम) आत्महत्या का प्रयास किया। यह देखकर परिवार के लोग घबराए और फौरन जिला प्रशासन के हेल्पलाइन नंबर पर सीआईपी के डॉक्टरों से बात की। फोन पर काउंसिलिंग नहीं हो पाई। सीआईपी बुलाया गया। काउंसिलिंग और दवाई से सुरेश अब धीरे-धीरे सामान्य व्यवहार करने लगा। साथ ही, घरेलू झगड़े के कारण कई महिलाएं, पढ़ाई-परीक्षा से परेशान स्टूडेंट्स या उनके अभिभावक ने समय रहते डॉक्टरों से संपर्क कर अनहोनी से अपने परिवार को बचा लिया।
एक रिकार्ड के अनुसार रांची में लॉकडाउन के बाद से औसतन हर माह 20 लाेग आत्महत्या कर रहे हैं। इस पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन और केंद्रीय मनश्चिकित्सा संस्थान (सीआईपी) की पहल पर पांच जनवरी काे आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन (सुसाइड प्रिवेंशन हेल्पलाइन) शुरू की गई है। इस हेल्पलाइन नंबर पर अब तक 61 लोगों संपर्क किया। जिसमें से 34 लोग ऐसे थे, जाे ज्यादा डिप्रेशन में चले गए थे। फोन पर हेल्पलाइन नंबर पर उपलब्ध सीआईपी के डॉक्टर काउंसिलिंग नहीं कर पाए। ऐसे में इनको सीआईपी के साइको सोशल यूनिट में बुलाया गया। राहत की बात रही कि अब यह है कि कई लोग पूरी तरह से डिप्रेशन से निकलकर तनाव मुक्त हो चुके हैं, जबकि कई अभी इलाजरत हैं।
अवसाद बड़ी समस्या...15 से 50 साल के लोगों ने किया कॉल
आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने वालों में 15 से 50 साल उम्र के लोग शामिल हैं। कुल कॉल करने वाले 61 लोगों में से 40 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो डिप्रेशन के शिकार थे। वहीं 35 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जिनकी नाैकरी कोरोना महामारी को लेकर हुए लॉकडाउन से आई आर्थिक मंदी में छीन गई है। 25 प्रतिशत स्टूडेंट्स हैं, जो कोरोना के कारण ढंग से पढ़ाई नहीं करने और परीक्षा में पास होने के तनाव से ग्रस्त थे। इनमें 27 लोगों की काउंसिलिंग फोन से की गई। बाकी को सीआईपी बुलाना पड़ा।हेल्पलाइन नंबर पर नि:शुल्क मिल रही सलाह
जिला प्रशासन और सीआईपी के संयुक्त पहल से शुरू की गई आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन पर विशेषज्ञों द्वारा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। उदास, अवसादग्रस्त लोग हेल्पलाइन नंबर 9334915053 और 9334915046 पर कॉल कर पर निशु:ल्क सलाह ले सकते हैं। यह हेल्पलाइन 24 घंटे कार्यरत है।
किसी सदस्य के बदले स्वभाव पर परिजन रखें नजर
कॉल आने के बाद अगर फोन से काउंसिलिंग करते हैं। ज्यादा दिक्कत होती है तो उन्हें साइको सोशल यूनिट में बुलाकर काउंसिलिंग करते हैं। दवाई देते हैं। परिवार के किसी सदस्य के व्यवहार में बदलाव हो रहा है, तो उसे हल्के में न लें। फौरन हेल्पलाइन नंबर से संपर्क करें।
-डॉ. नेहा सईद, हेल्पलाइन को ऑर्डिनेटरआत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन शुरू करने का मुख्य उद्देश्य जरूरत में किसी को भी समय पर मदद देना है। हमारे पास 24 घंटे कॉल पर मदद करने के लिए सीआईपी के पेशेवर परामर्शदाताओं का एक दल है। हमें जीवन बचाने में मदद मिलेगी और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को बेहतर ढंग से निपटा जा सके।
-छवि रंजन, डीसी, रांची
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