वृद्धा की मौत...1.38 लाख का थमाया बिल, विधायकों के फोन के बाद 78 हजार वसूला
मेडिका हॉस्पिटल में शनिवार की सुबह 9 :05 बजे गोड्डा की 70 वर्षीय महिला को इलाज के लिए भर्ती कराया गया। दोपहर 1:55 बजे उनकी मौत हो गई। हॉस्पिटल ने 4 घंटे 50 मिनट इलाज किया और परिजन को 1.38 लाख 218 रुपए का बिल थमाया दिया। परिजनों ने बताया कि प्रेमलता देवी को दो दिन पहले बुखार आया था। सीने में कफ भी था।
इस कारण मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। शनिवार की सुबह 8 बजे मेडिका पहुंचे। यहां बताया गया कि एक दिन का इलाज का खर्च 50-60 हजार लगेगा। परिजनों ने 50 हजार रुपया जमा किया। डॉक्टरों ने कहा था कि मरीज के इलाज से पहले कोविड टेस्ट होगा। इसके बाद ही इलाज शुरू होगा। 4 घंटे 50 मिनट के बाद ही महिला की मौत हो गई।
इसके तुरंत बाद ही 1.38 लाख 218 रुपए बिल उन्हें हॉस्पिटल से मिल गया। उन्होंने प्रबंधन से कहा कि उनके पास इतना पैसा नहीं है, घर जाने दें। घर जाकर वे पैसा दे देंगे। गोड्डा के विधायक से फोन करवाने के बाद शाम 8.30 बजे मेडिका अस्पताल प्रबंधन ने 78 हजार का फाइनल बिल दिया। कहा कि कंप्यूटर सिस्टम में गड़बड़ी होने के कारण गलत बिल बन गया। वास्तविक बिल 78 हजार है।
प्रबंधन बोला-महिला की स्थिति काफी गंभीर थी
महिला की स्थिति काफी गंभीर थी। सीवियर सेप्टिक शॉक के कारण उसकी मौत हो गई। जो बिल उनके परिजन बता रहे है, वह गलत है। फाइनल बिल 75 हजार था।
- डॉ विजय मिश्रा, मेडिकल डायरेक्टर
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