अगले सप्ताह से पीएमसीएच व प्राइवेट लैब, में हर रोज ढाई हजार लोगों की कोरोना जांच - AKB NEWS

अगले सप्ताह से पीएमसीएच व प्राइवेट लैब, में हर रोज ढाई हजार लोगों की कोरोना जांच

जिले में काेराेना संक्रमण काे राेकने के लिए जिला प्रशासन ने अगले 6 महीने काे ध्यान में रखकर माइक्राे प्लान तैयार किया है। रविवार काे डीसी उमाशंकर सिंह ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में हर रोज 800-1000 स्वाब की जांच की व्यवस्था है।

 अगले सप्ताह से पीएमसीएच लैब और प्राइवेट लैब मिलाकर प्रतिदिन ढाई हजार स्वाब जांच का लक्ष्य रखा गया है। पीएमसीएच लैब में तीनाें शिफ्ट में जांच की जाएगी। इसके लिए समुचित संख्या में माइक्राे बाॅयलाेजी विशेषज्ञ और लैब टेक्नीशिनयनाें की अनुबंध पर बहाली की जाएगी। पीएमसीएच में दाे और सदर अस्पताल में एक ट्रूनेट मशीन हैं।

एक अतिरिक्त मशीन ने रविवार से काम करनी शुरू कर दी है। राज्य सरकार से 4-5 और मशीनें मांगी गई है। प्राइवेट लैब में जाे लाेग जांच कराना चाहते हैं, वे वहां भी निर्धारित दर पर पैसे के भुगतान कर जांच करवा सकते हैं। उपायुक्त ने बताया कि पीएमसीएच और काेविड-19 अस्पताल के भ्रमण के दाैरान बहुत तरह की शिकायतें मिली हैं। कोविड-19 अस्पताल की सभी व्यवस्था को सुचारू रूप से चले, इसके लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। पीएमसीएच लैब में भी सीसीटीवी लगेंगे। सीसीटीवी का लिंक डीसी, एसएसपी और तथा आईडीएसपी के मोबाइल पर उपलब्ध रहेगा, जिससे 24 घंटे कोविड-19 अस्पताल की विभिन्न गतिविधियों पर प्रशासनिक स्तर पर निगरानी रखी जाएगी।

डीसी ने पीएमसीएच का किया निरीक्षण

उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने रविवार को पीएमसीएच का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया कि कोविड संक्रमित व्यक्ति के शव प्रबंधन में मापदंडों का पालन नहीं किया जा रहा है, जबकि कोविड संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु पर शव प्रबंधन अनिवार्य है। उन्होंने कॉविड संक्रमित शवों के संपर्क में आने वाले सभी मोर्चरी स्टाफ को विशेष सावधानी बरतने, मोर्चरी का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस मेंटेन करने, मोर्चरी की नियमित साफ-सफाई करने, शव के संपर्क में आने वाले इंस्ट्रूमेंट, ट्रॉली इत्यादि को सोडियम हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन से डिसइंफेक्ट करने का आदेश दिया है।

जिन कोरोना संक्रमितों में लक्षण कम, उनका पीएमसीएच कैथ लैब सेंटर में होगा इलाज

डीसी ने बताया कि पीएमसीएच के कैथ लैब सेंटर काे बुधवार तक काेविड-19 अस्पताल के रूप में विकसित कर लिया जाएगा। यहां पर वैसे संक्रमित मरीज, जिन्हेंवेंटिलेटर की जरूरत नहीं है, यहां भर्ती कर इलाज किया जाएगा। वहीं भूली में 50 और टाटा जामाडाेबा अस्पताल में 25 बेड का काेविड अस्पताल तैयार करने की याेजना है। बीसीसीएल और टाटा प्रबंधन से बात चल रही है। भविष्य में और स्थिति बिगड़ी तो निजी अस्पतालों या संस्थानों को टेकओवर कर मरीजों का उपचार किया जाएगा।

सील रहेगी अंतरराज्यीय सीमा, बिना ई-पास जिले में प्रवेश नहीं : एसएसपी

एसएसपी अखिलेश बी वारियर ने बताया कि अंतरराज्यीय सीमा सील है। बिना ई-पास जिला की सीमा में प्रवेश पर प्रतिबंध है। सीमा क्षेत्र में चाैकसी बढ़ा दी गई है। इसके अलावे कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए मास्क का प्रयोग करना तथा बाहर निकलते समय शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य होगा। सामूहिक रूप से एक स्थल पर दिशा निर्देश के विपरीत जमा होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।






from Dainik Bhaskar
Previous article
Next article

Leave Comments

एक टिप्पणी भेजें

Articles Ads

Articles Ads 1

Articles Ads 2

Advertisement Ads