एएसआई ने पत्नी के साथ सुबह में भाई-भतीजों से फोन पर बात की, भाई बोले- तरूण ने कहा था, तबीयत ठीक नहीं है
घटना के बाद पास की कई महिलाएं मृतक की पत्नी को सांत्वना देने पहुंची। चाईबासा के रहने वाले तरुण के मझले भाई रेलकर्मी वीरेंद्र पांडेय और भाभी पुष्पा पांडेय भी घर पहुंचे। दोनों का रो- रोकर बुरा हाल था। इधर, घटना की सूचना पाकर शहर के कई हैंडबॉल खिलाड़ी भी घर पहुंचे। इस घटना से सभी सदमे में हैं। मृत एएसआई तरुण पांडेय को पांच भाई व एक बहन है। घटना के बाद चाईबासा रेलवे में पदस्थापित मंजला भाई वीरेंद्र पांडेय भी पहुंच गए थे। उनके पिता भी बीएस पांडेय भी रेलवे में चालक थे।
पुलिस को छानबीन में पता चला है कि एएसआई व उसकी पत्नी ने सुबह अपने भाई भतीजों से बातचीत की थी। मृतक के भाई वीरेंद्र ने कहा- मेरी भाई से बात हुई थी। उसने कहा था कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है। सोमवार की सुबह भाई ने बड़े भाई देवेन्द्र पांडेय, भाभी वीणा पांडेय व भतीजी से फोन पर बात की थी। भाई ने सभी का हाल-चाल पूछा था। उस वक्त भी वह ठीक था। उसने आत्महत्या क्यों कि इसकी जानकारी नहीं है। भाई ने बताया कि उनके पिता बीएस पांडेय लोको पायलट थे। वे लोग लोको कॉलोनी में रहते थे। तरुण ने स्कूलिंग जमशेदपुर से ही की है। पिता के रिटायरमेंट के बाद वे सभी गांव चले गए।
पत्नी के चिल्लाने पर जुटे लोग : एएसआई के फ्लैट में खुद को गोली मारने के बाद पत्नी ज्योति कुमारी दौड़कर कमरे में गई। वहां पति को लहूलुहान देखकर भागते हुए फ्लैट से बाहर निकली और शोर मचाया। फ्लैट में रहने वाले पड़ोसी निकले और सीधे कमरे में गए। डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
from Dainik Bhaskar

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