थैलीसीमिया पीड़ित आदिवासी बच्चे की मौत, परिजनों का आरोप- ब्लड बैंक ने बिना डोनर खून देने से मना कर दिया था

थैलीसीमिया पीड़ित आदिवासी बच्चे की हाता के निजी नर्सिंग में इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि खून नहीं मिलने के कारण बच्चे की जान गई। जबकि उसका बड़ा भाई जिंदगी-मौत से जूझ रहा है। बच्चों के मामा पोटका के कमलपुर निवासी कान्हाई सरदार ने कहा- मेरी बड़ी बहन की शादी पोटका के टांगरसाई गांव में हुई है। उसके दो बच्चे हैं। अमित सरदार (16) व अजित सरदार (14)। दोनों थैलीसिमिया पीड़ित हैं।
प्रखंड कार्यालय, जिला मुख्यालय में कई बार आवेदन देने के बावजूद सहायता नहीं मिली। इनका इलाज स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से चल रहा था। लेकिन लॉकडाउन में काम धंधा बंद हो गया और ब्लड बैंक द्वारा बगैर डोनर के खून देने से मना कर दिया।
लेकिन एक महीने से डोनर नहीं मिलने से दोनों बच्चों की स्थिति गंभीर हो गई है। शुक्रवार को नर्सिंग होम में एडमिट करा मैं ब्लड बैंक में खून का इंतजाम करने आया था। इस दौरान नर्सिंग होम से फोन आया कि एक बच्चे की मौत हो गई।
Leave Comments
एक टिप्पणी भेजें