जन्माष्टमी पर इस बार मंदिरों में नहीं सजेंगी झांकियां, ऑनलाइन होंगे दर्शन
श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष के रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। जन्माष्टमी 11 व 12 अगस्त, बुधवार को मनाई जाएगी। कुछ जगहों पर मंगलवार तो कहीं बुधवार को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। जन्माष्टमी 11 अगस्त सुबह नौ बजकर सात मिनट पर शुरू होकर बुधवार 12 अगस्त के 11:17 बजे तक रहेगी। ऐसे में मंगलवार को लोग व्रत रखेंगे।
जबकि संन्यासी व वैष्णव बुधवार को व्रत रखेंगे। यू ट्यूब-फेसबुक पर लाइव दर्शन करने के साथ मंदिर नहीं आने की अपील की है। ज्योतिषाचार्य पंडित रमेश कुमार उपाध्याय शास्त्री ने कहा- जन्माष्टमी के दिन कृतिका नक्षत्र रहेगा। चंद्रमा इस दिन मेष राशि में तो वहीं सूर्य कर्क राशि में रहेगा। इस दिन वृद्धि योग भी बन रहा है। पूजा का समय रात्रि 12:05 से लेकर रात्रि 12:47 तक 43 मिनट तक रहेगा। इसबार गोविंदपुर में मटकी फोड़ का आयोजन नहीं होगा।
इन मंदिरों में नहीं होंगे आयोजन, कुछ जगहों पर सिर्फ सादा समारोह
जुगसलाई महतो पाड़ा स्थित राणी सती दादी मंदिर धाम प्रबंधन समिति ने कहा -श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने न आएं। मूर्तियां छूने की इजाजत नहीं मिलेगी। बिष्टुपुर आंध्र भक्त श्री राम मंदिर के महासचिव दुर्गा राव ने कहा- मंदिर में कोई आयोजन नहीं होगा। बिष्टुपुर लक्ष्मीनाथ गोस्वामी मंदिर में भी आयोजन नहीं होगा।
from Dainik Bhaskar

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