कवयित्रियां “राष्ट्रीय कवयित्री मंच” संस्था से जुड़कर अपनी प्रतिभाओं को निखार रही है: पृथा राय
देश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है केवल जरूरत है, तो उन्हें एक बेहतर मंच प्रदान करने की। ऐसी ही एक पहल शुरू की है सीमावर्ती क्षेत्र के रूपनारायणपुर की प्रसिद्ध कवयित्री, लेखिका एवं समाज सेविका पृथा राॅय जायसवाल ने। इसी बीच पृथा राॅय जायसवाल ने महिलाओं को महिलाओं के द्वारा संचालित “राष्ट्रीय कवयित्री मंच” नामक एक संस्था का गठन भी किया है। जिसके माध्यम से कवयित्रियां जुड़कर अपनी प्रतिभाओं को निखार रही है।
यह मंच बिना किसी स्वार्थ के नई उभरती हुई कवयित्रियों को एक बेहतर मार्गदर्शन के साथ-साथ उन्हें एक बेहतर मंच प्रदान करती है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय कवयित्री मंच द्वारा एक प्रतियोगिता आयोजित की गई थी जिसमें सभी कवयित्रियों ने बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में प्रथम आने वाली कवयित्री को मंच से पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया।
इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय प्रतिभागी को निर्णायक मंडली द्वारा चयनित करने के लिए इस मंच से पृथा राॅय जयसवाल, सुधा मोदी एवं आरती अक्षय गोस्वामी जुड़ी थी। सुधा मोदी ने अपनी असीम कृपा के साथ, सबकी कविताओं को पढ़ कर उसमें से उत्तम कविता चुन कर सबके समक्ष प्रस्तुत कि जिनमें प्रथम स्थान ममता शर्मा, द्वितीय स्थान ज़स्मीन विश्वकर्मा एंव तृतीय स्थान सुष्मिता महथा को प्राप्त हुआ।
राष्ट्रीय कवयित्री मंच द्वारा 74वां स्वतंत्रता दिवस पर कुछ कवयित्रियों ने अपनी देशभक्ति कविता के लाइव प्रदर्शन भी कियें। लाइव वीडियो में कवयित्री जैसमीन विश्वकर्मा, कवयित्री गायत्री बाल्मीकी, कवयित्री प्रिया तिवारी, कवयित्री पूनम कुंभकार एंव बाल कवयित्री स्वस्ति शर्मा जुड़ी थी। सभी ने अपनी - अपनी कविताओं द्वारा देश के प्रति प्रेम और भक्ति को उजागर किये हैं।
from Dainik Bhaskar
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